शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2009

हेपी बर्थ डे टू यु बेटी मिताली




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सोमवार, 14 सितंबर 2009

भारत माता की बिंदी हु. मै हिंदी हू

हॉ मै हिंदी हू ,हिंदी हू ,हिंदी हू ,

भारत माता की बिंदी हु.
मै हिंदी हू.
यह न पूछो के 
हाल मेरा कैसा है.
अपनों के बिच 
पराये जैसा है.
मिया मिट्टू भला 
कोई अपने मुंह बनता है.
अपनी दही कों 
कोई खट्टी नहीं कहता है.
अपना सा मुंह लेकर 
रह रही  हू .
बीती अपनी
खुद कहा रही हू.
मुझे मलाल  बड़ा भारी है 
मेरा  शोषण  बददस्तुर जारी है 
फटी हुई चिंदी हू .

हॉ मै हिंदी हू ,हिंदी हू ,हिंदी हू ,
प्रेम लता एम. सेमालानी 

सोमवार, 24 अगस्त 2009

क्षमा सच्चे अर्थो मे

 
Khamemi Savve Jiva, Savve Jiva Khamantu Mi
Mitti Me Savva bhuesu, Veram majjham na Kenai”
खमेमी सव्वे जीवा, सव्वे जीवा खामन्तु मी
मित्ती में सव्वा भुएसु, वेरम मजझाम ना केनाई
पर्युषण महापर्व के क्षमापन दिवस के उपलक्ष मे आप सभी से सविनय मिच्छामि दुकडडम करता हू। क्षमा याचना करता हू.

शुक्रवार, 3 जुलाई 2009

जीवता मॉ-बाप ने रोटी नही देवे,

कलियुग का बेटा
जीवता मॉ-बाप ने रोटी नही देवे,

मरिया पछे उणारो नामे सु जीमण जीमावे।

जीवता मॉ-बाप ने पोणी नही पावे,

मरिया पछे उणारे नोम री प्याऊ खोलावे।

जीवता मॉ-बाप सु मुन्डे नही बोले,

मरिया पछे उणारा जगह-जगह फोटू लगावे।

जीवता मॉ-बाप री सेवा नही करे,

मरिया पछे महोत्सव मनावे।

जीवता मॉ-बाप ने खुब रुलावे,

मरिया पछे पोते ऑसुडा ढलावे।

 जीवता मॉ-बाप रो इलाज नही करावे,

मरिया पछे उणोरा नाम सु दवाखानो बन्धावे।

जीवता मॉ-बाप ने खर्चो नही देवे,

मरिया पछे उणारो नोम सु सघ निकाले।

राजस्थानी  शव्दो का अर्थ
मरिया = मृत्यू।
जीमण जीमावे = मृत्यू पश्चात का महाभोज (खाना)।
पोणी = पानी ।
मुन्डे नही बोले = बातचीत नही करना। 
ऑसुडा ढलावे = दिखावे के ऑसु।
सघ निकाले = धार्मिक यात्राए निकालना।
प्रेमलता एम सेमलानी

शुक्रवार, 22 मई 2009

आज हमारी शादी को 18 वर्ष हुऐ

आज हमारी शादी को 18 वर्ष हुऐ
प्रिय बेबी!
22 may 2009 आज wedding anniversary है। तोहफे के तोर पर चन्द लब्बज पेश कर रहा हु।
इस शुभ दिन पर हार्दिक शुभकामानाये प्रेषित कर रहा हू।  ईन्ह 18 वर्षो मे तुम्हारे प्यार भरे साथ से हमारे एवम परिवार के लिये खुशियो से भरा रहा।
तुम्हारा स्नेह भरा साथ जीवन सगनी के रुप मे मधुर झ्न्कार की भॉती रहा। तुम्हारे सन्ग से जिवन हर्षमय हो गया। यह 18 वर्ष तुम्हारे साथ ऐसे व्यतित हुये मानो अभी तो 18 दिन ही हुये। 20 वर्षो से मै तुम्हे जानता हू।
(२वर्ष सगाई के रहते)। isse  पहले हम एक दुसरे को जानते भी नही थे।
मै आज गुरुदेव आचार्य श्री महाप्रज्ञजी एवम मेरे आराध्य देव साई से प्रार्थना करता हू कि बेबी के जिवन को खुशीयो से भर दे। आज के दिन हमारे बेटे जयेश एवम मिताली सहित पुरे परिवार के लिये खुशीयो से  भरा क्षण बना रहे ।
We wish a very happy wedding anniversary 


बेबी-  आपने मेरे द्वारा आपको लेखे पत्रो का आपके जन्म दिन के उपलक्ष मे सम्पादित अशो को मेरे ब्लोग मे लिखने कि हामी भरने के लिये आपका शुक्रिया॥
"मेरी गाथा" मे से  जो पत्र आपको ज्यादा पसन्द है
250 पत्रो मे से 3 पत्रो का सम्पादित अश आपके जन्म दिन के उपलक्ष मे मेरे ब्लोग मे लिख रहा हु। 
आभार

क्रमश मेरी शादी के फोटु है जिसमे मै मद्रास मे दोस्तो के साथ हू। एक फोटु २२ मई १९९१ को मद्रास शहर का फोटु है। उपर पत्र है । सभी को बडा करके देखने के लिऐ क्लिक करे।
























मंगलवार, 5 मई 2009

जीरो आयल : तेल रहित आहार

मारे देश मे नाश्ता या नमकिन तैयार करने के लिऐ खूब तेल-घी इस्तेमाल करने की परम्परा है जो हृदय रोगियो के लिऐ बहुत खतरनाक है। इसलिऐ डॉ विमल छाजेड द्वारा बताए तरीको को अपना कर देखिऐ। आप स्वादिष्ट लजिज भोजन के साथ साथ स्वस्थ-प्रसन्न और फिट रहेगे।


(क) भुनना:- भूनना तथा बेक करना लगभग एक समान है।यह कार्य १२० सेल्सियस डिग्री तथा २६० सेल्सियस डिग्री तापमान के बीच ओवन मे किया जाता है। साधरणतया पापड को भूना जाता है जबकि ब्रेड, केक तथा बिस्कुट पाकाऐ जाते है। भोजन थोड सूखी ऑच पर पकाया जाता है। तथा थोडी नमीदार ऑच पर पकाया जाता है। अगर भोजन अधिक नमीदार है,पकाने के लिऐ भोजन का तापक्रम शुरु मे नमी युक्त होना चाहिऐ ताकि ठण्डे पदार्थ को अनुकुल ताप पर लाया जा सके। कन्वेशन तरगे ओवन के तापमान को एक समान रखती है।इसमे तेल बिल्कुल भी प्रयोग मे नही लाया जाता।

(ख) उबालना:- उअबालने का मतलब है पानी मे पकाना । इस माध्यम मे पानी मे ताप परावर्तित होता है। पानी मे उअबालने का ताप १०० तथा अधिक ताप मान पर भोजन के स्वरुप मे बदलाव आने लगता है।

(ग) भॉप द्वारा पकाना:-

भॉप मे पकाने के लिऐ भॉप एक माध्यम है। यह बिना पानी कि कुकिग है। इस विधि द्वारा पकाने मे नमीदार तापमान की आवश्यकता होती है। भोजन थोडे पानी मे भॉप द्वारा पकाया जा सकता है। तथा पानी रहित कुकिग मे, खाघ प्रदार्थ मे उअपलब्ध पानी को ही भाप के रुप मे प्रयोग किया जाता है। प्रेअशर कुकर एक मात्र ऐसा यन्त्र ह जिसके द्वारा कम समय मे भोजन तैयार किया जाता है। भाप द्वारा भोजन पकाने से खाध पदार्थ कुकर मे निर्मित भाप मे पक जाता है। भाप मे खाध पदार्थ पकने कि प्रक्रिया तब तक चलती है जब तक कि पदार्थ का तापमान भी भाप के तापमान तक नही पहुच जाऐ।


बिना तेल घी के मसाला भुनने का तरिका

बसे पहले आप कडाही को गर्म कीजिऐ। उसमे जीरा डाल कर भूने,जब वह भूरे रन्ग का होने लगे तो और उअसमे खुशबू आने लगे तब उसमे प्याज डालिए और धीरे-धीरे करछी या चमच्च से चलाऐ।जब प्याज थोडा -थोडा चिपकने लगे तब उसमे थोडा-थोडा पानी डालिऐ और फिर चलाऐ ओर उसके बाद लहसुन और अदरक डाले । ये तरिका तब तक दोहराऐ जब तक प्याज हल्का भूरे रंग का ना हो जाऐ।

( नोट :- इसमे पानी एक साथ नही डालेगे क्योकि उसमे उबले हुऐ खाने का स्वाद आने लगेगा)

जब प्याज भूरे का हो जाए तो उसमे पिसा हुआ टमाटार डाल दीजिऐ उसमे थोडा पानी डालकर भूने।तब तक भूनते रहे जब तक वो तेल कि तरह पानी छोडने लगे।
तब उसमे हल्दी डालकर थोडी देर भुने क्यो कि हल्दी को पकाने मे समय लगता है। उसके बाद उसमे नमक,मिर्च, धनिया, डाल कर थोडी देर भूने। अब इसमे आपको जो भी सब्जी या दाल बनानी हो वो डाले ओर पकाए।अब आपकी लजीज सब्ज्जी या दाल बिना ऑयली के तैयार है अब आप इसमे गरम मसाला डाले, और हरे धनिया की पत्ती से सजाऐ।

खाने वाले को मत बाताऐ कि बिना तेल घी कि सब्ज्जी है जो वो खा रहे है आप देखना तेल युक्त सब्जी के स्वाद को भी यह टेस्ट (स्वाद) पछाड देगा .

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अब हम आपको कोई भी एक सब्जी बनाने कि विधि भी बताते है।

मूग दाल

सामग्री

मूग दाल- ५० ग्राम

हरी मिर्च- ०२

मिरच पाउडर- १ चम्मच

राई के दाने- १/२ चम्मच

जीरा- १/२ चम्मच

करी पत्ता- कुछ

नमक स्वाद अनुशार

बनाने कि बिधि

१) मूग दाल को उबाल ले। हरि मिर्च को बारिक काट ले।

२) नमक, मिर्ची पाउडर व हरी मिर्च, दाल मे डाल कर गाढा होने तक पकाऐ।

३) जीरा राइ व करी पत्ता भून कर तैयार दाल मे डाल दे। (कढाई मे)

अब आपकी मूग दाल खाने के लिऐ तैयार है। बताऐ कैसा लगा बिना ऑयल की दाल का।


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मिक्स सब्जी

गोभी- १/२ कटोरी

गाजर- १००ग्राम

शिमलामिर्च- २

आलू- १/२ कटोरी

मटर- ५० ग्राम

नमक- स्वाद अनुशार

मिर्च- १/४ चम्मच

गर्म मसाला- १/४ चम्मच

हल्दी- १/२ चम्मच

धनिया पाऊडर- १/४ चम्मच

धनिया पते थोडे

बनाने कि विधि

१) सारी सब्जीयो को अच्छी तरह से धोकर, काटकर ५-७ मिनट तक भॉप मे पाकाऐ।

२)एक सुखी कढाई मे सारे मसाले भून ले।

३)अब इसमे सारी सब्जियॉ मिलाकर अच्छी तरह पक्का ले

४)धनिया पत्ते से सजा कर गरमागरम परोसे।



मिक्स सब्जी

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प्रस्तुति -: प्रेमलता जी
हे प्रभु यह तेरापंथ

सोमवार, 27 अप्रैल 2009